परिचय
मरीज: डॉक्टर साहब, कुछ महीनों से मुझे अजीब सा महसूस हो रहा है। मन हमेशा उदास रहता है, किसी चीज़ में दिल नहीं लगता, नींद भी सही से नहीं आती। क्या ये डिप्रेशन हो सकता है?
डॉक्टर: देखिए, आपने जो लक्षण बताए हैं, वो डिप्रेशन के हो सकते हैं, लेकिन सही से समझने के लिए हमें थोड़ा विस्तार से बात करनी होगी। आइए, मैं आपको डिप्रेशन के बारे में पूरी जानकारी देता हूँ – जैसे इसके लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के तरीके।
1. डिप्रेशन क्या है?
मरीज: डॉक्टर, डिप्रेशन असल में होता क्या है?
डॉक्टर: डिप्रेशन एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें इंसान लंबे समय तक (कम से कम 2 हफ्ते या उससे ज्यादा) लगातार उदास, थका हुआ और नकारात्मक महसूस करता है। ये सिर्फ "दुखी होना" नहीं है, बल्कि दिमाग के काम करने के तरीके में बदलाव आ जाता है।
ये बीमारी शरीर, सोच, भावनाओं और रोजमर्रा
की जिंदगी – सबको प्रभावित करती है। अच्छा लगता है तो बहुत कम, और छोटे-छोटे काम भी भारी लगने लगते हैं।WHO की जानकारी के अनुसार डिप्रेशन बहुत हानिकारक बीमारी है - यहाँ पढ़िए |
2. डिप्रेशन के आम लक्षण
मरीज: इसके लक्षण कैसे पहचानें?
डॉक्टर: लक्षण व्यक्ति-व्यक्ति पर थोड़ा अलग हो सकते हैं, लेकिन भारत में मरीज अक्सर ये शिकायत करते हैं:
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लगातार उदासी – बिना वजह मन खराब रहना। मन उदासी से भरा रहना ।
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दिलचस्पी कम होना – पहले जिन चीज़ों में मज़ा आता था, उनमें अब मन न लगना। किसी भी क्रिया में आनंद न आना।
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थकान – थोड़ा सा काम करके भी थक जाना।
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नींद की समस्या – कभी नींद न आना, कभी बहुत ज्यादा सोना। बहुत
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भूख में बदलाव – खाने की इच्छा कम हो जाना या ज्यादा हो जाना।
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नकारात्मक सोच – खुद को बेकार समझना, आत्मविश्वास खत्म होना।
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ध्यान की कमी – पढ़ाई, काम या बातचीत में फोकस न कर पाना।
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चिड़चिड़ापन – छोटी-सी बात पर गुस्सा या रोना आ जाना।
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शारीरिक दर्द – सिरदर्द, बदन दर्द, जो जांच में भी ठीक न मिले।
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आत्महत्या के विचार – गंभीर डिप्रेशन में ऐसे खतरनाक विचार भी आ सकते हैं।